HomeNo title No title 0 हिंदी Shayari June 27, 2023 1. एक सिलसिले की उम्मीद थी जिनसे वहीं फासले बनाते गये, हम तो पास आने की कोशिश में थे, ना जाने क्यूं वो हमसे दूरियाँ बढ़ाते गये।। Newer OlderNo title