Top Hindi Shayari, Hindi Shayari Motivational , Love Hindi Shayari, April 2024
आप सभी का मेरे ब्लोगस में स्वागत हैं !आज कुछ नए स्टेटस की
पोस्ट कर रहीं हूँ मुझे उम्मीद हैं यह पोस्ट आपको पसंद आएगी !!!
प्लीज इस पोस्ट को अपने मित्रों के साथ शेयर जरूर कीजिये !!{आपकी Sunna Meena}
आशियाँ बन गया जिनका , उन्हे आबाद रहने दो,
पड़े जो दर्द भरे छाले , जिगर में यूं ही रहने दो
कुरेदो ना मेरे दिल को, ये अर्जी हैं जहां वालों
छिपा हैं राज अब तक जो राज को राज रहने दो !!!
सोचा था तड़पाएंगे हम उन्हे
किसी और का नाम लेके जलाएंगे उन्हे
फिर सोचा मैंने उन्हे तड़पाके दर्द मुझको ही होगा
तो फिर भला किस तरह सताये हम उन्हे !!!
रह न पाओगे भुला कर देख लो,
यकीन न आए तो आजमा कर देख लो
हर जगह महसूस होगी मेरी कमी
अपनी महफिल को कितना भी सजा कर देख लो !!!
ना सोचा था जिनके लिए हम मर मिटे ,
एक दिन वही हमसे दूर हो जाएंगे
जीने की तमन्ना तो हम भी रखते थे
अब तेरे बिना कैसे जी पाएंगे !!!
वक्त कम था बात अधूरी रह गयी
अच्छे लोगों से मुलाक़ात अधूरी रह गयी
उसके जाने के बाद हम रोये बहुत
कौन कहता हैं बरसात अधूरी रह गयी !!!
अगर आपमें अहंकार हैं और आपको
बहुत गुस्सा आता हैं, तो जिंदगी में आपको
किसी और दुश्मन की कोई जरूरत नहीं !!!
ज़िंदगी तो सभी के लिए एक रंगीन किताब हैं
फर्क बस इतना है कि कोई हर पन्ने को दिल से पड़ रहा हैं
कोई दिल रखने के लिए पन्ने पलट रहा हैं !!!
सिर्फ साँसे चलते रहने को ही
ज़िंदगी नहीं कहते आँखों में कुछ
ख्वाब और दिल में उम्मीद होना जरूरी हैं !!!
हँसकर जीना ही दस्तूर हैं जिंदगी का
एक यही किस्सा मशहूर हैं ज़िंदगी का
ज़िंदगी जीनी हैं तो इसे हँसकर ही जीना होगा !!!
खुशी में भी आँखेँ आंसूँ बहती रही ,
जरा सी बात हमें देर तक रुलाती रही
कोई खो के मिल गया तो कोई मिल के खों गया
जिंदगी हम को बस ऐसे ही आजमाती रही !!!
मुझे घमंड नहीं किसी भी बात का
क्योंकि में जानता हूँ की एक रात
जिंदगी में ऐसी भी होगी जिसके
बाद कोई सवेरा नहीं होगा !!!
शिकायतों का दौर देखता हूँ तो थम सा जाता हूँ
लगता हैं उम्र कम हैं और इम्तिहान बहुत हैं
जिंदगी आपके लिए इम्तिहान जैसी ही तो हैं !!!
हमसे मत पूछिये ज़िंदगी के बारे में
अजनबी क्या जाने अजनबी के बारे में
अपने बदले बदले लाग्ने लागे
तो उन्हे ये वाली लाइन जरूर कह दीजिएगा !!!
क्या बेचकर हम खरीदे फुर्सत ए ज़िंदगी ,सबकुछ तो गिरवी पड़ा हैं
ज़िम्मेदारी के बाजार में आप पर बहुत ज़िम्मेदारी हैं
शायरी यही तो कहती हैं !!!
खामोश रहते हो कोई बात हैं क्या
या ज़िंदगी में कुछ उदास हैं क्या ?
ये शायरी कहकर सबका हल पूछ लीजिएगा !!!
एक अजनबी सी दौड़ हैं ये ज़िंदगी
जीत जाओ तो कई अपने पीछे छुट जाते हैं
हर जाओ तो अपने ही पीछे छोड़ जाते हैं !!!
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